अघोरी अनुष्ठान सामान्य पूजा पद्धतियों से भिन्न होते हैं। इनका उद्देश्य केवल सांसारिक सुख नहीं बल्कि आत्मा की मुक्ति, कर्मों का शोधन और दिव्यता की प्राप्ति होता है।
पूज्य अचलनाथ महाराज द्वारा उज्जैन के अघोर आश्रम में भूतबलि, श्मशान साधना, तंत्रोपचार और विशेष रात्रिकालीन तांत्रिक अनुष्ठान कराए जाते हैं। इन अनुष्ठानों में विशेष नियम, आचार संहिता और शक्तिपीठों का महत्व होता है।