“तंत्र” शब्द का अर्थ है – विस्तार। तंत्र साधना वह विधि है जिसमें साधक ऊर्जा, ब्रह्मांडीय शक्ति, और चैतन्य को साधने के लिए विशेष प्रयोग करता है। अघोर आश्रम, उज्जैन में अघोर पीठाधीश्वर पूज्य अचलनाथ महाराज द्वारा विशेष तांत्रिक साधनाएं कराई जाती हैं जिनसे साधक अपने जीवन के विविध क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करता है।

तंत्र केवल क्रिया नहीं, एक अनुभूति है जो गुरु की कृपा और मार्गदर्शन से ही संभव होती है। उज्जैन का यह अघोर आश्रम ऐसे साधकों के लिए एक आध्यात्मिक केंद्र है।